हिंदी दिवस हर वर्ष १४ सितम्बर को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। १४ सितम्बर के दिन ही वर्ष 1949 में हिंदी को देवनागरी लिपि में भारतीय संविधान की राजभाषा का दर्जा प्राप्त हुआ था। भारतीय संविधान के भाग XVII के अनुच्छेद 343 से 351 तक इसी विषय का वर्णन है। सर्वप्रथम वर्ष 1918 में एक हिन्दी साहित्य सम्मेलन में गांधी जी ने हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने के विषय में कहा था।
भारत एक बहुभाषी देश है इसलिए राजभाषा को हिंदी बनाने के विषय में विचार हुआ तो गैर- हिंदी राज्यों ने इसका विरोध भी किया था। यही कारण है की अंग्रेजी भाषा का हिंदी भाषा पर प्रभाव हम स्वतंत्रता के 70 वर्ष बाद भी देख सकते है।
हिंदी दिवस मनाने का उद्देश्य लोगो को हिंदी की एहमियत से रूबरू कराने के साथ- साथ इस भाषा की खूबसूरती और सादगी से परिचित करना भी है।अंग्रेजी और चीनी भाषा के बाद बोलने के क्रम में हिंदी तीसरी सबसे बड़ी भाषा है। परन्तु यह भी एक सत्य है की अंग्रेजी भाषा के बढ़ते हुए प्रचलन से हिंदी के अस्तित्व को खतरा पहुँच रहा है। हमे अपने दैनिक कार्य और रोज़ मर्रा के जीवन में हिंदी का उपयोग अधिकता क साथ करना होगा तभी इस भाषा का विकास हो पायेगा. हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में हम सभी को अपनी भाषा को आगे बढाने के लिए प्रयासरत होने का संकल्प लेना होगा।
महेन्द्रा गुरु की तरफ से आप सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाये।
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MAHENDRA GURU