बैंकिंग में आने वाली लाखों नौकरियों की घोषणाएं बेशक स्टूडेंट्स को उत्साहित कर रही हैं, लेकिन जो बात उन्हें फिक्रमंद बनाती है वह है इस सेक्टर में होने वाली कड़ी प्रतियोगिता।
नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के अनुसार, 2022 तक 14 लाख लोग बैंकिंग इंडस्ट्री में रोजगार प्राप्त कर पाएंगे। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस वर्ष बैंकिंग सेक्टर की हायरिंग में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी।
उल्लेखनीय है कि इस वित्तीय वर्ष के लिए आईबीपीएस ने सरकारी बैंकों में 16,344 ऑफिसर्स, 3,784 स्पेशलिस्ट ऑफिसर्स और 30,683 क्लर्क की नियुक्तियां की हैं। जबकि एसबीआई के अलावा अन्य बैंक अगले वर्ष तक 20,000 ऑफिसर्स और 30,000 क्लर्क भर्ती करेंगे।
इसी तरह प्राइवेट बैंकों में भी नियुक्तियों की घोषणाएं हैं। बेशक बैंकिंग में भविष्य बनाने के इच्छुक स्टूडेंट्स के लिए ये आंकड़े उत्साहजनक हैं, लेकिन जो बात उन्हें फिक्रमंद बनाती है, वह है इस सेक्टर में होने वाली कड़ी प्रतियोगिता-
आईटी छात्र आगे, कॉमर्स पीछे : विभिन्न पदों के लिए बैंकों को हर स्ट्रीम के कैंडिडेट्स की जरूरत है। दिलचस्प है कि पिछले वर्षों में ग्रेजुएट्स के साथ-साथ इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट छात्रों में भी बैंकिंग के प्रति रुझान बढ़ रहा है। आम धारणा है कि ज्यादातर कॉमर्स स्टूडेंट्स बैंकिंग फील्ड से जुड़ते हैं, जबकि वास्तविकता अलग है। बैंकर्स ट्रेनिंग कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल आर जी अग्रवाल बताते हैं कि हर साल ट्रेनिंग में आने वाले स्टूडेंट्स में लगभग 50% आईटी बैकग्राउंड के होते हैं। शेष 20% एमबीए, 10% साइंस, 10% कॉमर्स व 10% आट्र्स स्टूडेंट्स होते हैं।
जॉब फैक्ट्स : 2008 से 2022 के बीच बीएसएफआई में 42 लाख की वर्कफोर्स की जरूरत होगी।
सिंडीकेट बैंक 2015-16 में 5,000 भर्तियां करेगा।इसमें 2,900 ऑफिसर व 2100 क्लेरिकल कैडर स्टाफ होगा।
एसबीआई है पॉपुलर चॉइस : पिछले तीन सालों में सबसे ज्यादा उम्मीदवारों ने एसबीआई जॉब्स लिए। इसी अवधि में 1.22 करोड़ उम्मीदवारों ने आईबीपीएस के साथ रजिस्ट्रेशन करवाया और 86 लाख ने परीक्षा दी।
1 नौकरी के लिए 1,000 एप्लीकेशन :
पिछले वर्ष आईबीपीएस को 16,000 पीओ पदों के लिए 14 लाख एप्लीकेशन मिले। आईबीपीएस पीओ 2013 में 22,000 पदों के लिए 10 लाख लोगों ने आवेदन किए। इसी तरह 2013 में 1500 एसबीआई पीओ पदों के लिए 14 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किए। यानी 1 पद के लिए 1,000 उम्मीदवार। नौकरी के लिए यह कड़ा मुकाबला प्रतियोगिता के स्तर को मुश्किल बना रहा है।
बढ़े सरकारी बैंक, जॉब्स निजी बैंकों में
सरकारी व प्राइवेट बैंकों में कर्मचारी संख्या
मार्च 2005 मार्च 2014
सरकारी बैंक 748,805 830,250
प्राइवेट बैंक 92,419 2,96,115
विदेशी बैंक 17,336 24,834
सभी कॉमर्शियल बैंक 858,560 1,151,199
(सोर्स : आरबीआई)
आरबीआई के अनुसार बेशक सरकारी बैंकों का विस्तार हुआ है, लेकिन नई हायरिंग प्राइवेट बैंक्स कर रहे हैं। पिछले नौ वर्षों में हुई नई नियुक्तियों में 72 प्रतिशत हिस्सा प्राइवेट बैंकों का है। हालांकि देश भर में मौजूद 11.51 लाख बैंक कर्मचारियों में 8.3 लाख की कर्मचारी क्षमता के साथ सरकारी बैंक अभी भी आगे हैं, लेकिन 2004-2014 के बीच प्राइवेट बैंकों के कर्मचारियों की संख्या तिगुनी हुई है।
प्रोफाइल्स और आकर्षक सैलरी पैकेज : आरबीआई ग्रेड बी ऑफिसर और असिस्टेंट लेवल जॉब्स के साथ एसओ, पीओ व क्लर्क इस सेक्टर के पसंदीदा पद हैं। मोटा वेतन और जॉब सिक्योरिटी बड़ी संख्या में युवाओं को आकर्षित कर रहे हैं। इस सेक्टर में औसत बेसिक सैलरी 25,000 रुपए प्रतिमाह है जो भत्तों के साथ 50,000 तक पहुंच जाती है। मुंबई में एक एसबीआई पीओ की सैलरी लगभग 8 लाख रुपए सालाना है। इसी तरह रबीआई में ग्रेड बी ऑफिसर्स की बेसिक सैलरी 21,000 रुपए प्रतिमाह है जो भत्तों के साथ 50,000 से ज्यादा होती है।
''इस वर्ष बैंकिंग सेक्टर हायरिंग में 15- 20 प्रतिशत ग्रोथ के चलते बड़ी संख्या में नौकरियां पैदा होंगी। आरबीआई द्वारा प्रदान किए गए नए बैंकिंग लाइसेंस भी इसकी वजह बनेंगे।''- सुनील गोयल, एमडी, ग्लोबल हंट
सक्सेज फॉर्मूला है इंग्लिश, मैथ्स और रीजनिंग पर पकड़ : ज्यादातर उम्मीदवार औसतन दो या तीन बार बैंकिंग परीक्षाओं के लिए प्रयास करते
हैं। इस क्षेत्र में कॅरिअर चुनने से पहले खुद का इवैल्यूशन बहुत जरूरी है। विशेषज्ञों की राय में बैंकिंग सेक्टर की परीक्षाओं को पार करने के लिए अच्छी इंग्लिश, मैथ्स और रीजनिंग मददगार बन सकती है। इसके अलावा पॉलिटिक्स, इकोनॉमिक्स, बैंकिंग व स्पोर्ट्स समेत करंट अफेयर्स की अच्छी तैयारी, कम्प्यूटर लिटरेसी व नॉलेज भी आवश्यक है। परीक्षा की स्मार्ट तैयारी सफलता का पहला कदम है।
पिछले तीन सालों में आईबीपीएस परीक्षा में आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या :
प्राइवेट सेक्टर बैंक : 122. 2 लाख
सरकारी बैंक 99.5 लाख
इसी अवधि में कैट में आवेदन करने वाले स्टूडेंट्स 6 लाख