देश में आने वाले सालों में नौकरियों का पिटारा खुलने वाला है। देश के बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा बीएफएसआई क्षेत्र को 2022 तक 16 लाख अतिरिक्त कुशल श्रमबल की जरुरत होगी। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम ने यह अनुमान लगाया है।
गौरतलब है कि अब तक सरकारी बैंक बैंकिंग सेक्टर में सबसे ज्यादा रोजगार देते रहे हैं। बैंकिंग सेक्टर में कुल रोजगार में सरकारी बैंकों का योगदान 73 पर्सेंट है। केंद्र सरकार ने सरकारी बैंकों को ज्यादा से ज्यादा खाता खोलने और ग्रामीण इलाकों में शाखाओं का विस्तार करने का लक्ष्य दिया है। इतने बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा होने की यह भी एक वजह है।
केंद्र सरकार इंडिया में बैंकिंग सिस्टम बदलने की कोशिश कर रही है, ताकि हर व्यक्ति को बैंक से जोड़ा जा सके। लोगों की बैंकिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए आरबीआई ने भी कमर्शियल बैंकिंग के लिए 2, पेमेंट बैंकिंग के लिए 11 और स्मॉल बैंकिंग के लिए 10 लाइसेंस दिए हैं। इससे बैंकिंग सेक्टर्स में नौकरियों का बूम है। अगर आप भी बैंक की नौकरी चाहते हैं, तो इन बैंक्स को आपकी जरूरत पड़ सकती है। बैंक समय-समय पर वैकेंसी निकालेंगे, उसके लिए आपका अलर्ट रहना जरूरी है।
क्या कहती है रिपोर्ट
एनएसडीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2013-2022 के दौरान बीएफएसआई क्षेत्र द्वारा 16 लाख अतिरिक्त रोजगार के अवसरों का सृजन किए जाने की उम्मीद है। रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख किया गया है कि बैंकिंग पहुंच के निचले स्तर के मद्देनजर शाखाओं और बिजनेस कॉरस्पॉन्डेंट के जरिए इस क्षेत्र में रोजगार के उल्लेखनीय अवसर पैदा होंगे।
नए बने हैं दो बैंक, इन्हें चाहिए स्टाफ...
बंधन बैंक
बंधन बैंक 23 अगस्त को शुरू हुआ था। बैंक बनने के बाद से ही, बंधन बैंक ने एक महीने में ही 500,000 नए ग्राहक जोड़ लिए हैं। 23 अगस्त को जब बैंक के तौर पर काम शुरू हुआ, तब इसके ग्राहकों की संख्या 78 लाख थी, जो अब बढ़कर 83 लाख हो गई है। बैंक ने 501 शाखाओं के साथ कारोबार शुरू किया था। तब से इसने 9 और शाखाएं खोली हैं। बैंक का प्लान है कि FY 2015-16 के अंत तक यह 27 राज्यों में 632 शाखाएं और 250 एटीएम खोलेगा।501 नई शाखाओं में 229 ग्रामीण और 179 उन क्षेत्रों में होंगी जहां बैंकिंग सुविधाएं नहीं पहुंची हैं। इस तरह से बंधन बैंक में बड़े स्तर पर एंप्लाईज की जरूरत पड़ने वाली है।
आईडीएफसी बैंक
IDFC ने एक अक्टूबर से कमर्शियल बैंकिंग के रूप में शुरूआत कर दी है। आईडीएफसी ने 23 ब्रांचों के साथ अपनी शुरुआत की है। इनमें से 15 ब्रांच अकेले मध्य प्रदेश में हैं। बैंक का लक्ष्य इस साल के अंत तक 60 ब्रांच खोलने का है। IDFC बैंक अपने नेटवर्क के तहत एटीएम नहीं लगाएगा और ग्राहकों को दूसरे बैंकों के एटीएम का प्रयोग करने पर ट्रांजैक्शन फीस चार्ज नहीं करेगा।बैंक अपनी पर्सनल बैंकिंग सर्विस की शुरुआत अगले साल जनवरी से करेगा।
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