Veteran Akali Leader Manjit Singh Passes Away
Veteran Akali leader and former chief secretary of the Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee (SGPC) Manjit Singh Calcutta died. He was 79.
Veteran Akali leader and former chief secretary of the Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee (SGPC) Manjit Singh Calcutta died. He was 79.
Calcutta had remained the education minster in the Badal government when Panthic Sikh leader and SGPC president Gurcharan Singh Tohra was alive.
Calcutta joined politics in 1955 when he was made the national president of the Sikh student outfit -- All India Sikh Students Federation.
He also remained the secretary of the Gurdwara Sri Guru Singh Sabha in Calcutta which is now known as Kolkata.
Calcutta, a law graduate from the University College of Law of Calcutta in 1966, came to Delhi in 1968.
In 1980, he became the general secretary of the Delhi Sikh Gurdwara Management Committee during elections of the management committee. He also became its president later.
During the lifetime of former SGPC chief Gurcharan Singh Tohra, he was elected as national general secretary of SAD, when Jagdev Singh Talwandi was party president.
In his decade-long stay in the SGPC, Calcutta was its honorary secretary and chief secretary between 1988 and 2004.
अकाली दल के वरिष्ठ नेता मनजीत सिंह का निधन
अकाली दल के वरिष्ठ नेता एवं शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के पूर्व मुख्य सचिव मनजीत सिंह कलकत्ता का निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे।
बादल की सरकार में कलकत्ता उस समय शिक्षा मंत्री रहे थे जब सिख नेता एवं एसजीपीसी के अध्यक्ष गुरचरण सिंह टोहरा जिंदा थे।
कलकत्ता 1955 में राजनीति में आए जब उन्हें सिख छात्र संगठन ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया।
वह कलकत्ता में गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के सचिव भी रहे थे जो अब कोलकाता के नाम से जाना जाता है।
वह 1980 में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के महासचिव बने और बाद में इसके अध्यक्ष भी रहे।
एसजीपीसी प्रमुख गुरचरण सिंह टोहरा के समय उन्हें शिरोमणि अकाली दल का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया। उस वक्त जगदेव सिंह तलवंडी पार्टी अध्यक्ष थे।
एसजीपीसी में एक दशक तक रहने के दौरान कलकत्ता 1988 से 2004 के बीच इसके मानद सचिव और मुख्य सचिव रहे।
अकाली दल के वरिष्ठ नेता एवं शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के पूर्व मुख्य सचिव मनजीत सिंह कलकत्ता का निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे।
बादल की सरकार में कलकत्ता उस समय शिक्षा मंत्री रहे थे जब सिख नेता एवं एसजीपीसी के अध्यक्ष गुरचरण सिंह टोहरा जिंदा थे।
कलकत्ता 1955 में राजनीति में आए जब उन्हें सिख छात्र संगठन ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया।
वह कलकत्ता में गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के सचिव भी रहे थे जो अब कोलकाता के नाम से जाना जाता है।
वह 1980 में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के महासचिव बने और बाद में इसके अध्यक्ष भी रहे।
एसजीपीसी प्रमुख गुरचरण सिंह टोहरा के समय उन्हें शिरोमणि अकाली दल का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया। उस वक्त जगदेव सिंह तलवंडी पार्टी अध्यक्ष थे।
एसजीपीसी में एक दशक तक रहने के दौरान कलकत्ता 1988 से 2004 के बीच इसके मानद सचिव और मुख्य सचिव रहे।