The Council of Scientific and Industrial Research (CSIR) is awarded the National Intellectual Property (IP) Award 2018 in the category “Top R&D Institution / Organization for Patents and Commercialization”.
The award was given at a function organized by Indian Intellectual Property Office and Confederation of Indian Chambers of Commerce (CII) in New Delhi, on the occasion of World Intellectual property day.
The Indian Intellectual Property Office confers National Intellectual Property (IP) Award to outstanding innovators, organizations and companies in the fields of patents, designs, trademarks and geographical indications on the occasion of World IP Day every year.
World Intellectual Property Day
World Intellectual Property Day is observed annually on 26 April. The event was established by the World Intellectual Property Organization (WIPO) in 2000 to "raise awareness of how patents, copyright, trademarks and designs impact on daily life".
The date of April 26 was chosen because in the year 1970,the World Intellectual Property Organization was established.
सीएसआईआर को राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा (आईपी) पुरस्कार 2018 से सम्मानित किया गया
वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) को "शीर्ष अनुसंधान एवं विकास संस्थान / पेटेंट और व्यावसायीकरण संगठन" श्रेणी में राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा (आईपी) पुरस्कार 2018 से सम्मानित किया गया है।
यह पुरस्कार विश्व बौद्धिक संपदा दिवस 2018 के अवसर पर भारतीय बौद्धिक संपदा कार्यालय और भारतीय चैंबर ऑफ कॉमर्स (सीआईआई) द्वारा आयोजित एक समारोह में दिया गया है।
भारतीय बौद्धिक संपदा कार्यालय हर वर्ष विश्व बौद्धिक संपदा दिवस के अवसर राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा (आईपी) पुरस्कार पेटेंट, डिजाइन, ट्रेडमार्क और भौगोलिक संकेतों के क्षेत्र में उत्कृष्ट नवप्रवर्तनकों, संगठनों और कंपनियों को प्रदान करता है।
विश्व बौद्धिक संपदा दिवस
विश्व बौद्धिक संपदा दिवस हर वर्ष 26 अप्रैल को मनाया जाता है। इसकी स्थापना वर्ष 2000 में विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) द्वारा "पेटेंट, कॉपीराइट, ट्रेडमार्क और डिजाइन का दैनिक जीवन पर प्रभाव" के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए की गयी थी|
26 अप्रैल की तारीख इसलिए चुनी गई क्योंकि वर्ष 1970 में इसी दिन विश्व बौद्धिक संपदा संगठन की स्थापना हुई थी|