मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर लखनऊ, बदायूं व गोरखपुर जिले में पीएसी की एक-एक महिला बटालियन गठित करने का फैसला किया गया है। तीनों महिला बटालियन के लिए कुल 3786 पद मंजूर किए गए हैं।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रत्येक महिला बटालियन के लिए 1262 पद मंजूर किए गए हैं। इस तरह प्रत्येक महिला बटालियन में सेनानायक का 1, उप सेनानायक के 3, सहायक सेनानायक के 9, शिविरपाल का 1, इंस्पेक्टर के 24, सब इंस्पेक्टर के 75, हेड कांस्टेबल के 108, कांस्टेबल के 842, एसआई (एम) क्लर्क के 5, एएसआई(एम) के 10, चतुर्थ श्रेणी(ओपी) के 16 व अन्य चतुर्थ श्रेणी के 57, आउटसोर्सिंग से चतुर्थ श्रेणी के 57, चिकित्साधिकारी के 1, फार्मेसिस्ट के 2, रेडियो निरीक्षक के 1, रेडियो अनुरक्षण/केन्द्र अधिकारी के 12, प्रधान परिचालक के 33, सहायक परिचालक के 2, कार्यशाला सहायक का 1 तथा संदेश वाहक के 2 पद होंगे।
इस बटालियन की स्थापना लखनऊ, गोरखपुर व बदायूं में की जाएगी। गोरखपुर व बदायूं में जमीन की तलाश भी कर ली गई है। विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में भाजपा ने झलकारीबाई, अवंतीबाई व ऊदादेवी के नाम से पीएसी की तीन महिला बटालियन बनाने की बात कही थी। एक बटालियन के लिए करीब 70 से 100 एकड़ जमीन की जरूरत होती है। शासन ने गोरखपुर में जिला प्रशासन से 70 एकड़ जमीन की मांग की थी। तलाशी के बाद राजस्व विभाग ने फर्टिलाइजर में 70 एकड़ जमीन का प्रस्ताव डीएम के पास भेजा था। डीएम ने इस सहमति जताते हुए प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। लखनऊ में इसके लिए जमीन सदर, सरोजनीनगर और मोहनलालगंज तहसील क्षेत्र में सड़क से सटे इलाकों में तलाशी जा रही है।