- The Vice President of India, M Venkaiah Naidu conferred National Film Awards for the year 2019 in various categories at its 67th edition along with the prestigious Dada Saheb Phalke Award.
- उपराष्ट्रपति, एम. वेंकैया नायडु ने वर्ष 2019 के लिए विभिन्न श्रेणियों में 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किए। साथ ही उन्होंने प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार भी प्रदान किया।
- Vice President M Venkaiah Naidu conferred superstar Rajinikanth with the prestigious Dadasaheb Phalke Award.
- उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सुपरस्टार रजनीकांत को प्रतिष्ठित दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया।
- The National Film awards were announced in March this year honouring the best in cinema in 2019.
- वर्ष 2019 के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा इस साल मार्च में की गई थी।
- The award for best non-feature film for the year 2019 has been given to AN ENGINEERED DREAM (Hindi) produced and directed by Hemant Gaba, while the award for best feature film has been accorded to Marakkar-Arabikkadalinte-Simham (Malayalam) directed by Priyadarshan.
- वर्ष 2019 के लिए सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म का पुरस्कार हेमंत गाबा द्वारा निर्मित और निर्देशित एन इंजीनियर्ड ड्रीम (हिंदी) को दिया गया है, जबकि सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार प्रियदर्शन द्वारा निर्देशित फिल्म मरक्कर-अरबीकादलिंते-सिम्हम (मलयालम) को दिया गया है।
- Tajmahal (Marathi) has been awarded Nargis Dutt Award for Best Feature Film on National Integration.
- ताजमहल (मराठी) को राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
- Nitish Tiwari directorial ''Chhichhore'' was given the best Hindi film honour and the movie's producer, Sajid Nadiadwala, dedicated the award to the lead star of the movie, Late actor Sushant Singh Rajput.
- नितीश तिवारी के निर्देशन वाली ‘छिछोरे’ को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार मिला। फिल्म के निर्माता साजिद नाडियावाला ने यह पुरस्कार फिल्म के मुख्य कलाकार एवं दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को समर्पित किया।
- Dhanush and Manoj Bajpayee have both been conferred Best Actor award while Kangana Ranaut has been awarded Best Actress for her role in Manikarnika-The Queen of Jhansi (Hindi) and Panga (Hindi).
- धनुष और मनोज वाजपेयी दोनों को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया है, जबकि कंगना रनौत को मणिकर्णिका-द क्वीन ऑफ झांसी (हिंदी) और पंगा (हिंदी) में उनकी शानदार भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया है।
- Actors Pallavi Joshi and Vijay Sethupathi were given the best supporting actress and best supporting actor awards for their performances in films ''The Tashkent Files'' and ''Super Deluxe'', respectively.
- अभिनेत्री पल्लवी जोशी और अभिनेता विजय सेतुपति को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री व सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार दिया गया। उन्हें ‘द ताशकंद फाइल्स’ और ‘सुपर डिलक्स’ के लिए सम्मानित किया गया।
- Naga Vishal won the best child artist trophy for Tamil film ''Kruppu Durai''.
- नगा विशाल को ‘कुरूप्पु दुरई’ के लिए सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का पुरस्कार मिला।
- The best film on social issues trophy went to ''Anandi Gopal'' (Marathi).
- सामाजिक मुद्दों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार ‘आनंदी गोपाल’ (मराठी) को मिला।
- A detailed list of awardees and Jury members can be found here
- पुरस्कार विजेताओं और जूरी सदस्यों की विस्तृत सूची यहां देख सकते हैं:-
National Film Awards Overview / राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार अवलोकन
- Established in 1954, the National Film Awards is one of the most prestigious and much looked-forward-to events in the country. The Hon'ble President of India presents the awards culminating in showcasing of award-winning films for the public.
- 1954 में स्थापित, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार देश में सबसे प्रतिष्ठित और बहुप्रतीक्षित कार्यक्रमों में से एक है। भारत के माननीय राष्ट्रपति फिल्मों के प्रदर्शन के समापन में विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करते हैं।
- Since the first awards given for the films of 1953, the National Film Awards have come a long way. Over the years the number of the awards has increased. Initially called ‘State Awards’, with two President's Gold Medals, two certificates of merit and silver medals for a dozen regional films, for the first six years, it was the practice to give the Regional Best Award to the National Best Film itself. Over the years the number of awards increased.
-1953 की फिल्मों के लिए दिए गए पहले पुरस्कारों के बाद से राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों ने एक लंबा सफर तय किया है। इन वर्षों में पुरस्कारों की संख्या में वृद्धि हुई है। शुरू में दो राष्ट्रपति स्वर्ण पदक, योग्यता के दो प्रमाण पत्र और दर्जन क्षेत्रीय फिल्मों के लिए रजत पदक के साथ इन्हे पहले छह वर्षों के लिए 'राज्य पुरस्कार' कहा जाता था, राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ फिल्म को ही क्षेत्रीय सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार देने की प्रथा थी। पिछले कुछ वर्षों से पुरस्कारों की संख्या में वृद्धि हुई है।
- Separate awards for artists and technicians were instituted in 1968 for the films of 1967, Nargis Dutt and Uttam Kumar being the first actress and actor to get the Best Actress (then called Urvashi) and Best Actor (then called Bharat) Awards respectively.
- 1967 की फिल्मों के लिए 1968 में कलाकारों और तकनीशियनों के लिए अलग-अलग पुरस्कार स्थापित किए गए, नरगिस दत्त (तब उर्वशी कहलाने वाली) और उत्तम कुमार (तब भारत कहलाने वाले) सर्वोत्तम अभिनेत्री और सर्वोत्तम अभिनेता पुरस्कार पाने वाले पहले अभिनेत्री और अभिनेता थे।
- The awards are given in three sections – Features, Non-Features and Best Writing on Cinema. While selection for the winners in Features and Non-Features is recognition of excellence in cinematic achievements in various categories, the ' Best Writing on Cinema' section focuses on encouraging the study and appreciation of cinema as an art form and dissemination of information and critical appreciation of the art form through the publication of various books, articles, reviews, newspaper coverage and studies.
- पुरस्कार तीन वर्गों में दिए जाते हैं - फीचर, गैर-फीचर फ़िल्म और सिनेमा पर सर्वोत्तम लेखन। फीचर और गैर-फीचर में विजेताओं का चयन करते समय विभिन्न श्रेणियों में सिनेमाई उपलब्धियों में उत्कृष्टता की मान्यता है,'सिनेमा पर सर्वोत्तम लेखन' यह खंड विभिन्न पुस्तकों, लेखों, समीक्षाओं, समाचार पत्रों के कवरेज और अध्ययनों के प्रकाशन के माध्यम से सूचना का प्रसार और कला रूप की आलोचनात्मक प्रशंसा पर केंद्रित है।
- The Awards aim at encouraging the production of films of aesthetic & technical excellence and social relevance contributing to the understanding and appreciation of cultures of different regions of the country in cinematic form, thereby also promoting unity and integrity of the nation.
- पुरस्कारों का उद्देश्य सिनेमाई रूप में देश के विभिन्न क्षेत्रों की संस्कृतियों की समझ और योगदान देने वाली तकनीकी उत्कृष्टता और सामाजिक प्रासंगिकता फिल्मों के निर्माण को प्रोत्साहित करना है, जिससे राष्ट्र की एकता और अखंडता को भी बढ़ावा मिलता है।
- The winners of the awards are decided by the Jury comprising persons distinguished in the field of cinema, other allied arts and humanities.
- पुरस्कारों के विजेताओं का फैसला जूरी द्वारा किया जाता है जिसमें सिनेमा, अन्य संबद्ध कलाओं और मानविकी के क्षेत्र में प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल होते हैं।
Dada Saheb Phalke Award Overview / दादा साहेब फाल्के पुरस्कार अवलोकन
- Instituted in 1969 when presented to Devika Rani, the Dadasaheb Phalke Award was introduced by the Government of India to commemorate Dadasaheb Phalke's contribution to Indian cinema who directed India's first full-length feature film, Raja Harishchandra in 1913.
- दादा साहब फाल्के पुरस्कार 1969 में प्रारंभ किया गया और अभिनेत्री देविका रानी को पहला फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। भारत सरकार द्वारा भारतीय सिनेमा में दादा साहब फाल्के के योगदान को याद करने के लिए इसकी शुरूआम की गई। जिन्होंने 1913 में भारत की पहली पूर्ण लंबाई वाली फीचर फिल्म राजा हरिश्चंद्र का निर्देशन किया था।
- Honoured with the highest award in the field of cinema, the recipients are recognized for their ‘outstanding contribution to the growth and development of Indian cinema’. The award comprises a Swarna Kamal (Golden Lotus) medallion, a shawl, and a cash prize of ₹10 lakh.
- सिनेमा के क्षेत्र में सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित, प्राप्तकर्ताओं को उनके 'भारतीय सिनेमा के विकास और विकास में उत्कृष्ट योगदान' के लिए पहचाना जाता है। इस पुरस्कार में एक स्वर्ण कमल (गोल्डन लोटस) पदक, एक शॉल और ₹10 लाख का नकद पुरस्कार शामिल है।
0 comments:
Post a Comment
MAHENDRA GURU