- Prime Minister Narendra Modi inaugurated a new international airport at Kushinagar in Uttar Pradesh and said his government has taken a number of steps to instil new energy in the aviation sector.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का उद्घाटन किया और कहा कि उनकी सरकार ने विमानन क्षेत्र में नयी ऊर्जा भरने के लिए कई कदम उठाए हैं।
- The Kushinagar International Airport has been built at an estimated cost of Rs. 260 crore.
- कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का निर्माण 260 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से किया गया है।
- With a length of 3.2 kilometres, the Kushinagar airport has the longest runway in Uttar Pradesh. It is 45 metres wide.
- 3.2 किलोमीटर की लंबाई के साथ, कुशीनगर हवाई अड्डे का उत्तर प्रदेश में सबसे लंबा रनवे है। यह 45 मीटर चौड़ा है।
- The airport apron will be able to accommodate four big aircraft.
- एयरपोर्ट एप्रन पर चार बड़े हवाई जहाज एक साथ खड़े हो सकते हैं।
- The Kushinagar airport's terminal building is spread across 3,600 square metres. It can handle 300 passengers during peak hours.
- कुशीनगर हवाई अड्डे का टर्मिनल भवन 3,600 वर्ग मीटर में फैला है। व्यस्त समय के दौरान इसकी क्षमता 300 यात्रियों तक की है।
- It will facilitate domestic & international pilgrims to visit the Mahaparinirvana sthal of Lord Buddha and is an endeavour in connecting the Buddhist pilgrimage holy sites around the world.
- यह घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय तीर्थयात्रियों को भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल पर जाने की सुविधा प्रदान करेगा। यह हवाई अड्डा दुनिया भर के बौद्ध तीर्थस्थलों को जोड़ने का एक प्रयास है।
- The airport will serve nearby districts of Uttar Pradesh and Bihar and is an important step in boosting the investment & employment opportunities in the region.
- यह उत्तर प्रदेश और बिहार के आस-पास के जिलों को हवाई यात्रा की सुविधा प्रदान करेगा। हवाईअड्डे का निर्माण इस क्षेत्र में निवेश और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा।
- In Uttar Pradesh, 8 airports are already functional. Work is on Jewar international airport after Lucknow, Varanasi and Kushinagar. Apart from that, airport projects are going on in Ayodhya, Aligarh, Azamgarh, Chitrakoot, Moradabad and Shravasti.
- उत्तर प्रदेश में आठ हवाई अड्डे पहले से ही संचालित हैं। लखनऊ, वाराणसी और कुशीनगर के बाद जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर काम चल रहा है। इसके अलावा अयोध्या, अलीगढ़, आजमगढ़, चित्रकूट, मुरादाबाद और श्रावस्ती में हवाईअड्डा परियोजनाएं चल रही हैं।
About District / जिले के बारे में
- Kushinagar and Kasia Bazar is a town and a historical place located in the north-eastern marginal area of Uttar Pradesh. The name “Kasia Bazar” has been changed to Kushinagar and after that “Kasia Bazar” has officially become a municipality with the name “Kushinagar”.
- कुशीनगर एवं कसिया बाजार उत्तर प्रदेश के उत्तरी-पूर्वी सीमान्त इलाके में स्थित एक क़स्बा एवं ऐतिहासिक स्थल है। “कसिया बाजार” नाम कुशीनगर में बदल गया है और उसके बाद “कसिया बाजार” आधिकारिक तौर पर “कुशीनगर” नाम के साथ नगर पालिका बन गया है।
- This is a Buddhist pilgrimage where Gautam Buddha had Mahaparinirvana. Kushinagar is located on National Highway 28, about 50 km east of Gorakhpur. There are many beautiful Buddhist temples here. For this reason, it is also an international tourist destination where Buddhists pilgrims from all over the world come for excursions. After the Kushinagar town and eastwards, Bihar state starts about 20 km.
- यह बौद्ध तीर्थस्थल है जहाँ गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था। कुशीनगर, राष्ट्रीय राजमार्ग 28 पर गोरखपुर से लगभग 50 किमी पूरब में स्थित है। यहाँ अनेक सुन्दर बौद्ध मन्दिर हैं। इस कारण से यह एक अन्तरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल भी है जहाँ विश्व भर के बौद्ध तीर्थयात्री भ्रमण के लिये आते हैं। कुशीनगर कस्बे के और पूरब बढ़ने पर लगभग 20 किमी बाद बिहार राज्य आरम्भ हो जाता है।
There are also Buddha Postgraduate Colleges, Buddha Intermediate College and many small schools. The area around Kushinagar is mainly agricultural. Bhojpuri is a popular spoken language. Here are main crops of wheat, paddy, sugarcane etc.
- यहाँ बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बुद्ध इण्टरमडिएट कालेज तथा कई छोटे-छोटे विद्यालय भी हैं। कुशीनगर के आस-पास का क्षेत्र मुख्यत: कृषि-प्रधान है। जन-सामन्य की बोली भोजपुरी है। यहाँ गेहूँ, धान, गन्ना आदि मुख्य फसलें पैदा होतीं हैं।
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